नई आशा, नया वर्ष (कविता) - नवल जाणी


नयी आशा, नया वर्ष - नवल जाणी

नयी आशा-अभिलाषा,
नये मत, नये विचार,
नयी इच्छा, नयी चाहना,
जीवन में नव आत्मविश्वास.

नये गीत-संगीत,
नयी रीत, नयी प्रीत,
नया प्रवाह, नयी जीत,
जीवन में नये सखा-मीत.

नया उत्साह -उमंगे,
नयी ज्योत, नयी तरंगे ,
नया जोश, नया जुनून, 
जीवन के हर क्षण में.

आगे बढ़ने की चाह,
नित नयी पथरीली राह,
बन निडर, कर हिम्मत,
जीवन चला, समय के संग. 

बाधाओं से न घबराना,
पीछे कदम नहीं हटाना,
मिट जाए पर सिर न झुकाना ,
आगे ही आगे बढ़ते जाना... 

दिसम्बर 31, 2017
नवल जाणी ©

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